Category: Deepawali
Poetry on Deepawali / दीपावली
Published Date: January 16, 2022
कहते हैं दीपावली के दिये, कुछ झिलमिलाते हुए, जलते हैं हम सारी रात आपके लिए, इस मुरादों वाली रात माॅग लें कुछ आप अपने लिए, रखे माॅ लक्ष्मी अपने चरण आपके द्वार, सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो आपका घर संसार।