Category: Deepawali
Poetry on Deepawali / दीपावली
कहते हैं दीपावली के दिये, कुछ झिलमिलाते हुए, जलते हैं हम सारी रात आपके लिए, इस मुरादों वाली रात माॅग लें कुछ आप अपने लिए, रखे माॅ लक्ष्मी अपने चरण आपके द्वार, सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो आपका घर संसार।