Category: Time
Poetry on Time in Hindi / समय पर कविताएं
Published Date: January 11, 2022
समय समय की बात है मानसा, मत समय पे तू इतरावे, आज समय जो तेरा है, कल को आगे बढ़ जावे। बैठा बैठा बुन रहा सपने, मन की पींग हिलावे, कर ले अभी जो करना चाहे, समय तिजोरी न भावे।