Poetry on Time in Hindi
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Poetry on Time in Hindi / समय पर कविताएं

समय समय की बात है मानसा, मत समय पे तू इतरावे, आज समय जो तेरा है, कल को आगे बढ़ जावे। बैठा बैठा बुन रहा सपने, मन की पींग हिलावे, कर ले अभी जो करना चाहे, समय तिजोरी न भावे।

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