
गलतफ़हमी
किसी को कितना भी सम्मान दो,
जरा सी चूक पर दिलों में दरारे पड़ते देर नहीं लगती।
ये गलतफहमियाॅ भी अजीब है
इल्ज़ाम तो बहुत हैं,
गलतफहमियों के,
सर पर हमारे,
ये गलतफहमियाँ भी अजीब हैं,
फ़ौरन दीवारें बना देती हैं,
करीबी रिश्तों में।
गलतफहमियों की धार
गलतफहमी की आरी,
होती बड़ी दो धारी,
एक बार जो चल जाती,
पड़ती रिश्तों पर भारी।
कच्चे कान, भारी नुक़सान
अक्सर कान के कच्चे लोग,
जल्दी ही गलतफहमियों का शिकार हो जाते हैं।
विश्वास की दरार, गलतफहमी की शुरुआत
एक दूसरे पर विश्वास की कमी ही,
गलतफहमियों को जन्म दे देती हैं।
समझ से सुलझती है गलतफहमी
जिस तरह प्रेम, विश्वास, क्रोध, ईर्ष्या,
इन्सान के जीवन पहलू हैं,
उसी तरह गलतफहमी भी जीवन में अपना स्थान रखती है,
यह कभी भी किसी को भी हो सकती है,
पर जितनी जल्दी हो सके इसे दूर कर लेना चाहिए।
बेहद प्यार, बेहद भ्रम
कभी कभी किसी से ज्यादा लगाव या अपनत्व की भावना भी गलतफहमी का कारण बन जाती है।
कम दोस्ती, कम फसाद
दो दोस्तों में प्यार, तीन में तकरार,
और चार दोस्तों में बाजार जैसी स्थिति बन जाती है,
फिर आपस में गलतफहमियां पनपते देर नहीं लगती।
गलतफहमी की गाँठ, सुलझाना आसान नहीं
गलती सुधारना तो आसान होता है,
लेकिन जब एक गलतफहमी मन में गहरे पैठ जाती है तो वह गाँठ का रूप ले लेती है।
दिलों की दरारें नासूर बन जाती हैं
न आने दीजिए दिलों में दरारें,
एक बार पड़ गयी तो फिर पाटना मुश्किल ही नहीं,
नामुमकिन भी हो सकता है।
कैंची बनती गलतफहमी
गलतफहमियां तेज धार वाली कैंची सी होती हैं,
जो जल्दी न सुलझे तो रिश्तों को काट डालती हैं।
ख़ामोशी ने तोड़ दिया जो लफ़्ज़ जोड़ सकते थे
तुम आते हमारे पास,
कुछ पूछते हमसे,
हम क्यूँ नाराज हैं तुमसे,
कुछ गलतफहमी हमने पाल ली,
कुछ गुमान तुम्हें भी हो चला,
खामियाजा एक खूबसूरत से रिश्ते को भुगतना पड़ा।
कभी खास थे, शायद...
हमें ये खुशफहमी हो गयी थी,
कि हम आपके खास हैं,
आपकी एक गलतफहमी ने हमारा सारा भ्रम चूर चूर कर दिया।