दीपावली की शुभ कामनाऐं
भारी भरकम मॅहगे पटाखे,
पड़ते जेब पर भारी, और
देते पर्यावरण को बीमारी,
आइये सुन्दर सुन्दर दिये जलाऐं,
बचत वाली दीवाली मनाऐं।
ग्रीन पटाखे
माॅ लक्ष्मी के स्वागत का त्यौहार है दीवाली,
प्रेम से उपहार लेने, देने का त्यौहार है दीवाली,
प्यार से खाऐं और खिलाऐं,
हल्के फुल्के ग्रीन पटाखे भी चलाऐं,
पर इतना रखें ध्यान,
कहीं उत्साह में किसी की काली न हो जाय दीवाली।
आइये प्रदूषण मुक्त दीवाली मनाऐं,
देह में आती जाती साॅसों को कुछ आराम दिलाऐं,
दियों और झालरों की झिलमिलाती रौशनी में, बच्चों की मुस्कान और बुजुर्गों की राहत भरी साॅसे किसी फुलझड़ी जलाने से कम आनन्द नहीं देंगी।
इतना धूल, धुॅऐं का गुबार,कहीं
किसी का गुम न हो जाय दीवाली का त्यौहार,
खो न जाय किसी की ऑखों का नूर,
बस इतना ही ध्यान रखना जरूर।
दीपावली का पावन त्यौहार इतना दमघोंटू न हो जाय
कि माॅ लक्ष्मी के चरण आपके द्वार तक आते आते थम जाॅय।
रौशनी के त्यौहार को और रौशन बनाऐं,
घर से लेकर नगर तक स्वच्छताका माहौल बनाऐं,
बने जागरूक नागरिक, नकली घी, मिठाईयों से दूरी बनाऐं,
दीवाली के त्यौहार में कहीं सेहत ही दिवालिया न हो जाय।
एक बार बम पटाखों के शोर से दूर,
बस दियों की जलती लौ,
रंगीन झिलमिल लड़ियों और पावन आरती के सुरों के साथ माॅ लक्ष्मी की आराधना करें,
माॅ को तो आना ही होगा,
यही होगी अच्छी और सच्ची दीपावली।
दीपावली मनाना आपका अधिकार है,
बस इतना ध्यान रहे कि आपका अधिकार किसी के जीवन का अंधकार न बन जाय।
किसी बीमार की साॅसो पर भारी न पड़ जाय आपकी दीपावली का आनन्द।
प्रदूषित वातावरण में माहौल को इतना प्रदूषित न बनाऐं कि,
दीपावली के त्यौहार में अपनों के ही स्वास्थ्य का दीवाला निकल जाय।
माॅ लक्ष्मी के स्वागत का त्यौहार है दीवाली,
प्रेम से उपहार लेने, देने का त्यौहार है दीवाली,
प्यार से खाऐं और खिलाऐं,
हल्के फुल्के ग्रीन पटाखे भी चलाऐं,
पर इतना रखें ध्यान,
कहीं उत्साह में किसी की काली न हो जाय दीवाली।
रौशनी के त्यौहार को यूॅ न मनाइये, कहीं किसी के नयन ही बे रौनक हो जाऐं।
रौशन हो ऐसी दीवाली,
रहे न कोई तिजोरी खाली,
धन धान्य से भरे रहे भंडार,
चरण पड़े माॅ लक्ष्मी के सबके द्वार,
रंग बिरंगी फुलझड़ियाॅ,
और कहीं पर छूटे अनार,
इन पटाखों के शोर में बस,
इतना रखना खयाल,
वातावरण रहे सुरक्षित,
न हो धुएं का अम्बार।