Thoughts on Friendship in Hindi / दोस्ती पर सुविचार

Thoughts on Friendship

रिश्तों की गर्माहट

जिस तरह शुद्ध, सात्विक भोजन में भी नमक का होना जरूरी है, उसी तरह निस्वार्थ रिश्तों की गर्माहट बनाये रखने के लिए धन का होना भी अनिवार्य है। जब सुदामा अपने बालसखा कॄष्ण से मिलने गये, तो चार मुठ्ठी चावल पोटली में बाॅध कर ले गये।


Author: ASHA

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