अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस
पशु, पक्षी भी सुबह सवेरे अपने शरीर को खींच कर कई मुद्राऐं बनाते हैं,
अर्थात वे भी योग के महत्व को जानते हैं
और अपनी क्षमतानुसार योग करते हैं,
फिर हम तो मनुष्य हैं, हम इसका महत्व क्यों भूल जाते हैं।
आइये इस योग दिवस से योग की शुरूआत करते हैं।
करो योग, रहो निरोग।
योग, भगाये रोग।
जिसके मन भाया योग,
काया उसकी रहे निरोग।
योग तन, मन और मस्तिष्क में समन्वय स्थापित
करके समग्र व्यक्तित्व निर्माण में योगदान देता है।