Poetry on Deepawali / दीपावली

Poetry on Deepawali in Hindi

दीपावली

कहते हैं दीपावली के दिये,
कुछ झिलमिलाते हुए,
जलते हैं हम सारी रात आपके लिए,
इस मुरादों वाली रात माॅग लें कुछ आप अपने लिए,
रखे माॅ लक्ष्मी अपने चरण आपके द्वार,
सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो आपका घर संसार।


शुभ दीपावली

आओ दीपावली के दिये जलायें,
रौशनी के त्योहार को और रौशन बनाएँ,
ऑगन से लेकर देहलीज तक,
लम्बी दियों की कतार सजाएँ,
आओ सब दीपावली मनाएँ।


Author: ASHA

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