Caged Birds / पिंजरे में बंद पक्षियों के प्रति सहानुभूति
उड़ने दो परिंदों को आसमान में, न कैद करो इनको अपने अभिमान में, ये खिलौना नहीं है, आपके परिवार का, बस दाना पानी देकर, मन बहल गया बच्चों का। जीवित प्राणी हैं ये भी, तो क्या हुआ जो इंसान नहीं, इन बेजुबान परिंदों को सताना भी तो कोई इन्सानियत नहीं, खोल दो पिंजड़ा, भरने दो इनको अपनी उड़ान, ये चहचहाते पंछी ही तो हैं ऊॅचे गगन की शान।
Devotional Quotes in Hindi / भक्तिमय कोट्स
न कोई आरती,न कोई पूजा, ना ही माथे पर है कोई चंदन का टीका, बस आपके ही श्री चरणों में प्रभू, मेरा मन है रीझा। मुझे स्वीकार करो, या लौटा दो प्रभू, यह आपका अधिकार है, मेरा मस्तक तो वहीं झुका है,
जहाॅ आपका दरबार है। न जाने कितने पापी आते, सबको पार उतारा है, मैं भी आयी हूॅ शरण में तेरी, बस तेरा ही एक सहारा है।
Quotes on Life in Hindi / लाइफ पर कोट्स
एक साॅस आती है,एक साॅस जाती है, इन्हीं आती जाती साॅसों के दरमियान, न जाने कितने लोगों की साॅस टूट जाती है। क्यूॅ अभिमान करें इस जीवन का, जहाॅ साॅसो पर भी अधिकार नहीं, यह तो प्रभू की अनुकम्पा है, जहाॅ हमारा कोई सरोकार नहीं।
Quotes on Success in Hindi / सक्सेस पर कोट्स
सफलता का राज जो बार बार असफल होने के बाद भीकभी तो सफल होंगे का जज्बा रखते है,उनके जीवन में ही उजाला दस्तक देता है।
Quotes on Luck in Hindi / किस्मत
बेवजह किस्मत पर रोने वालो, जरा एक नजर उन पर भी डालो, निकल जाते हैं सवेरे ही बीनने कचरा, ताकि हो सके आज की रोटी जुगाड़, इसे ही कहते हैं किस्मत में कबाड़।
Quotes on Guilty in Hindi / अपराधवाद
जब कोई व्यक्ति सामने वाले को उसकी गल्तियों का आईना दिखाता है, तो अनजाने में ही सही उसका अपना अक्स भी उसी आईने में उतर जाता है।
Poetry on Frustration in Hindi / निराशा पर कविताएं
पानी पानी का मचा है शोर, पहले पानी था हर ओर, नयनों में था शर्म का पानी, दिल में बसा था अपनों के दर्द का पानी, छोटों के लिए था स्नेह का पानी, बड़ों के लिए था सम्मान का पानी। विकास की ऐसी ऑधी आई, चारों ओर बर्बादी लाई, मर गया ऑखों का पानी, सूख गया स्नेह, सम्मान का पानी, लाज शर्म सब हवा हो गयी, बिकने लगा बंद बोतल में पीने का पानी।
Poetry on Deepawali / दीपावली
कहते हैं दीपावली के दिये, कुछ झिलमिलाते हुए, जलते हैं हम सारी रात आपके लिए, इस मुरादों वाली रात माॅग लें कुछ आप अपने लिए, रखे माॅ लक्ष्मी अपने चरण आपके द्वार, सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो आपका घर संसार।
Poetry on Empathy in Hindi / सहानुभूति
गर्म कम्बलों और रजाईयों में सिमट कर सोने वालों, फुटपाथ पर सोने वालों की ठिठुरन का कुछ एहसास तो करो । घुल जाएगी तुम्हारी ठंडक तड़के की चाय की प्याली में, उन बेसहारों की सुबह चाय की तलब का कुछ एहसास तो करो। न होगी तुम्हारी जेब खाली, उन बेसहारों को जब दोगे चाय की प्याली, मिलेगा एक मीठा सा सुकंन मन को, जब दुआयें देंगे वो आपको और आपके अपनों को।
Poetry on Consciousness in Hindi / चेतना
इतना ऊॅचा भी न उड़ ऐ इन्सान, लोगो के मन से तेरी परछाई ही निकल जाय, आना तो लौट कर इस जहान में ही है, कहीं थोड़ी सी दूरी खाई न बन जाय।