Category: Thoughts
Thoughts on International Day of Yoga in Hindi / अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
पशु, पक्षी भी सुबह सवेरे अपने शरीर को खींच कर कई मुद्राऐं बनाते हैं, अर्थात वे भी योग के महत्व को जानते हैं और अपनी क्षमतानुसार योग करते हैं, फिर हम तो मनुष्य हैं, हम इसका महत्व क्यों भूल जाते हैं। आइये इस योग दिवस से योग की शुरूआत करते हैं। करो योग, रहो निरोग। योग, भगाये रोग। जिसके मन भाया योग, काया उसकी रहे निरोग। योग तन, मन और मस्तिष्क में समन्वय स्थापित करके
Thoughts on Motherhood in Hindi / मातृत्व का गौरव
एक दिन, छोड़ कर सितारों का घर, उनकी मध्यम सी चमक, बढ़ चली धरती की ओर, घूमने के लिए सारा जहान। जैसे ही देखा मैंने, बिछा दिया अपना ऑचल, उस मध्यम सी चमक के लिए। आकर सिमट गई वो मेरे ऑचल में, और सो गई गहरी नींद में, जब पलकें खोली उसने, तो पाया एक सुनहरा सा रूप, मेरी बेटी बनने आई थी वो, मुझे मातृत्व का गौरव प्रदान करने के लिए।
Thoughts on Unnecessary Competition / अनावश्यक प्रतियोगिता
आज यहाॅ हर आदमी परेशान है, लगता है जैसे होठों से रूठ गयी मुस्कान है, न रातों में नींद, और न दिन में ही चैन है। सच पूछो तो यह खुद ही खरीदी गयी, एक बीमारी है, दूसरों की होड़ करना इन्सान की लाचारी है।
Positive Thoughts about Life / जीवन के बारे में सकारात्मक विचार
जीवन तो अपनी गति से आगे बढ़ ही रहा है, अपने शुभ कर्मों को भी ऐसी गति दीजिए, जो आपके विदा होने के बाद, समाज के लिए प्रेरणा बने, और उस लोक में आपका सहारा।
Thoughts on Life Stages in Hindi / जीवन पर अनमोल वचन
यौवनावस्था में, इन्सान के मन में, अनन्त ख्वाहिशें, तमन्नाएं, और कुछ कर गुजरने का जुनून होता है, पर जैसे-जैसे उम्र साॅझ की दहलीज पर कदम रखती है, तब थम जाती है रफ्तार ख्वाहिशों की, ठंडा पड़ जाता है, जोश और जुनून भी, फिर शुरू होती है चाहत, बस मुठ्ठी भर सुकून की।
Thoughts on Life Moral Values / जीवन नैतिक मूल्यों पर अनमोल विचार
मकान तो हर कोई बना लेता है पर उसे घर बनाना आसान नहीं होता। मकान को घर बनाने के लिए कुछ नैतिक मूल्यों का होना आवश्यक होता है जैसे कि, आपस में प्यार थोड़ी सी त्याग की भावना, वाणी में मिठास, बड़ों के प्रति सम्मान की भावना लेकिन अफसोस की बात है कि इन बुनियादी मूल्यों का आज कोई मूल्य नहीं है शायद इसलिए ही आज हर घर में कलह और द्वेष का वातावरण बना हुआ है और इस वातावरण से व्यक्ति चाह कर भी बाहर नहीं निकल पाता क्योंकि वह स्वय॔ भी कहीं न कहीं इसका जिम्मेदार है।
Thoughts on Old Age Hope in Hindi
शरीर बूढ़ा हो चला, चेहरे पर झुर्रियों ने डेरा जमा लिया, नजर धुॅधला गयी, तन पर चढ़ा चमड़े का कवच कुम्हला गया, चाल का कदमों से कोई तालमेल न रहा,डगमगाई सी चाल हो गयी। कंचन सी काया का हाल बेहाल हो गया। पर इस काया के अंदर हाड़ माॅस का जो दिल है,वह कभी बूढ़ा न हो पाया। वक्त के थपेड़ों ने, मुश्किलों की ऑधियों ने, रिश्तों की धूप छाॅव ने उसके अनुभवों को और मजबूत कर दिया।
Thoughts on Self Improvement in Hindi / आत्म-सुधार पर सुविचार
मन की सारी खिड़कियाॅ और दरवाजे खोल दो, अतीत के कड़वे अनुभवों को, कार्बनडाय आक्साइड जैसी दूषित हवा की तरह बाहर निकाल दो। वर्तमान की खुशियों को ताजी हवा के झोकों की तरह अंदर आने दो। ठहरे हुए पानी में सड़ांध और मच्छर ही पनपते है, जबकि बहता हुआ जल शुध्द और शीतल होता है। अब यह आप पर निर्भर है कि आप क्या चाहते है, अतीत से जुड़े रह कर रोते रहना, या फिर वर्तमान को भोर की किरणों की तरह खुशनुमा बनाना ?
Thoughts on Indifference in Hindi / उदासीनता
अक्सर कहा जाता है कि साॅच को ऑच नहीं। सच को सात तालों में बंद कर दो या सात पर्दों में छुपा दो,किसी न किसी दिन वह बाहर आ ही जाता है। लेकिन एक सच यह भी है कि जब तक सच सबके सामने आ पाता है, तब तक तो पीड़ित व्यक्ति इतना हताश , निराश हो जाता है कि फिर सच सामने आये या न आये उसको फर्क नहीं पड़ता।
Thoughts on Advice in Hindi / सलाह पर सुविचार
सलाह देना सबसे सरल कार्य है,और अपनी ही दी हुई सलाह पर हर समय अमल करना बहुत मुश्किल। कितनी आसानी से कह देते है कि मुस्कुराते रहना चाहिए,मुस्कुराना सेहत के लिए अच्छा होता है,लेकिन हम खुद कितना मुस्कुरा पाते है,यह अलग बात है। कहना आसान है कि किसी के मुस्कुराने की वजह बनो, हम किसी को खुश रहने की कितनी वजह दे पाते है , यह अलग बात है।